सारंगढ़ बिलाईगढ़। डॉक्टर डॉ. फरिहा आलम के नेतृत्व में जिले में आयोजित समर कैंप में ग्रामीण बच्चों सहित ग्रामीण बच्चों का मन मोह लिया गया। बच्चों ने खेल-खेल में सामाजिक और सामूहिक खेल से अपना मानसिक और शारीरिक विकास किया। ऑफ़लाइन ने भी बच्चों से सीखी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अंगना एम शिक्षा एवं कार्यक्रम कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
समर कैंप में गिल्ली डंडा, नरारा, फुगड़ी, शौकीन पोशाकें, नृत्य, योगा, हेयर स्टाइल, मेंहदी, प्रदर्शन, पेंटिंग, सिया-बुनाई आदि में कद-काठी का हिस्सा लिया गया। बच्चे इन खेलों में इतने राम चले गए थे कि उस समय गुजरात कब गया था, पता नहीं चला। इन खेलों में बच्चों के लिए मोबाइल से दूर अन्य खेल या क्रिटिकल स्टोरेज में भाग लेने का सुदर्शन उपयोग का अवसर था, जिसकी उन्होंने पूर्ति की। दैनिक व्युत्पत्ति के गैजेट से गणित के काउंट, जोड़, घटना और कहानियाँ आदि समर कैम्प और व्युत्पत्ति कार्यक्रम का हिस्सा था। इन चुनौतियों से बच्चों की छुपी प्रतिभाएं बाहर आई हैं। समर कैंप और ऑर्केस्ट्रा के इवेंट से लेकर बच्चों की बहुप्रतिभाशाली प्रतिभाओं को शोभायमान करने के लिए एक क्लास था, जिसका नेतृत्व सभी इलेक्ट्रॉनिक्स ने किया था। यहां तक कि यूट्यूब चैनल पर बच्चों के डांस या अन्य चैनल भी अपलोड किए जाते हैं। इसमें ‘मोर स्कूल’ और ‘सरोजनी बाजारू’ नाम से यूट्यूब चैनल है, जिसमें इन एसोसिएशन को अपलोड किया गया है। स्कूल समर कैंप और इंटरएक्टिव प्रोग्राम जिले के बच्चों के विकास के लिए उपयुक्त था।