‘दर्शनों का वास्तविक से क्या लेना-देना’
जाने-माने फिल्म निर्देशक और निर्माता हंसल मेहता ने फिल्मों के चित्रों के आधार पर उन्हें बिना देखे अच्छा या बुरा जाने के ट्रेंड पर सख्त दोस्ती की तलाश है। बता दें कि पिछले दिनों हंसल की फिल्म फैरा ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन फ्लोरिडा पर उन्हें लोगों ने पसंद किया था। बकौल हंसल, हिट, फ्लॉप, नेट बॉक्स ऑफिस, ग्रॉस बॉक्स ऑफिस, मल्टीप्लेक्स सिंगल या सिंगल स्क्रीन पिक्चर से दर्शकों को कोई मतलब नहीं है। कमाई के ये आंकड़े और उनकी सच्चाई फिल्म से जुड़े स्टेक होल्डर्स के लिए मायने रखते हैं, जिओ फिल्म को बनाने में पैसा लगता है। दर्शकों को फिल्मों से मनोरंजन का ही नाता रखना चाहिए और उन्हें फिल्मों को उसी आधार पर अच्छा या बुरा मानना चाहिए कि उनकी फिल्में उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप या खराब नहीं हैं। लेकिन जब मैंने ऐसी बात कही है तो कुछ लोग (जिनमें से ज्यादातर ने मेरी फिल्में नहीं देखी हैं) मेरा विरोध कर रहे हैं। यहां तक कि वे मेरी बात का मतलब भी समझने की कोशिश नहीं करते।’ सोशल मीडिया पर हंसल की इस पोस्ट का लोगों ने समर्थन किया, तो कई ने विरोध भी किया.
‘आप फिल्म देखें, फ़ायदा-नुकसान नहीं’
मशहूर फिल्म निर्माता और निर्देशक अनुभव सिन्हा भी यही राय रखते हैं कि दर्शकों को फिल्मों की वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए। बता दें कि अनुभव की पिछले दिनों रिलीज हुई फिल्म रश ने भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई नहीं की। बकौल एक्सपीरियंस, ‘फिल्मों की कमाई के बारे में बात करना दर्शकों का काम ही नहीं है और ना ही कभी था। वे कभी भी इस तरह की बातें नहीं करते थे। दर्शक फिल्म देखते हैं, कि कौन अच्छा दिखता है या बुरा दिखता है। मुझे लगता है कि दर्शकों को इतना ही करना चाहिए। दूसरी फिल्म को देखने और उसका आनंद लेने का जो मोटिवेशन होता है, वह पूरा नहीं होता। आप फिल्म देख रहे हैं और उस समय सोच रहे हैं कि किस फिल्म का बजट क्या है, कितना नुकसान हुआ कितना फायदा, शनिवार को क्या हुआ सोमवार को क्या होगा, इस बीच में फिल्म कहां खो जाती है। अब दर्शक सोशल मीडिया पर फिल्म देखने के लिए इशारों के नए-नए तरीके सीख रहे हैं। वे अब फर्स्ट और मैसाचुसेट्स हॉफ पर चर्चा कर रहे हैं। क्या पहले कभी किसी ने कहा था कि यह फिल्म धीमी है या तेज है? उनके लिए फिल्म अच्छी या बुरी थी। दर्शकों का इतना ही काम होता है। मैं दर्शकों से यही कहता हूं कि आप मेरा काम ना करें, आप बस फिल्म को देखकर अपना मनोरंजन करें।’