लखनऊ9 दिन पहले
लखनऊ के रंडींद्रालय में चल रहे जादूगर एलेक्जेंडर का जादू शो खत्म होने की ओर पहुंच गया है। 21 अप्रैल से शुरू हुआ ये मैजिक शो रविवार यानी 4 जून को खत्म हो जाएगा। रविवार को चौथा शो होगा। इसके बाद जादूगर अपनी 50 लोगों की टीम के साथ रांची के लिए रवाना हो जाएंगे।
जहां उनकी अगली कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं। एलेक्जेंडर को लेक्चरर का काफी प्यार मिला। उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैरेटअंगेज कर्तबों को लोगों ने काफी पसंद किया। बच्चों सहित बड़ों के भी सिर चढ़ने की उनकी अद्भुत मैजिक ट्रिक्स बोली। शो में जादूगर की हवा में गुम होना, किसी लड़की को दो हिस्से में काट देना, किसी को ग्लासा की दीवार से आरपार दर्शक दर्शकों को हैरत में डाल देता है।
स्टेज पर परफॉर्म करते एलेक्जेंडर।
स्टेज पर परफॉर्म करते एलेक्जेंडर।
शो के बाद उनकी तस्वीरें लेने के लिए भी लोग काफी उत्सुक दिखे। मैजिक शो में अक्सर शहर की कई विभूतियां भी शिरकत करती थीं। जादूगर एलेक्जेंडर के मुताबिक, वो जो जादू लोगों को दिखा रहे हैं, उनमें पारलौकिक कुछ भी नहीं होता है। उनके स्टेज परफॉर्मेस के जरिए पूरी ट्रिक साइंस और आर्ट्स के मेल के रिजल्ट होते हैं। पीआरओ मदन भारती ने कहा कि इंटरनेट के जामने में मैजिक शो को जबरदस्त रिस्पॉन्स का दावा है।
एलेक्जेंडर ने अपने जादू से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
एलेक्जेंडर ने अपने जादू से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
उन्होंने कहा कि “इंटरनेट क्रांति से भारतीय पारम्परिक कलाएं भी प्रभावित हुई हैं। नौटंकी, कठपुतली जैसी कलाएं लोकप्रिय हो रही हैं। जादू जैसा भारत की अनुपम सांस्कृतिक विरासत का बड़े स्तर पर कार्यक्रम भी काफी कठिन हो गया है। खर्चे और कम ऑडियंस की वजह से कई जादूगर अनुमान लगा सकते हैं। लेकिन जादूगर जैसे एलेक्जेंडर ने समय के साथ जादू कला का क्रेज बनाए रखा”।
जादूगर एलेक्जेंडर ने बताया कि “मोबाइल, लैपटॉप में वो आनंद कहां, जो लाइव शो में देखें। लाइव शो का क्रेज है और बाकी शो अच्छे होंगे। हम लखनऊ के लोग और यहां की मीडिया, पुलिस, प्रशासन के प्रति खुशी व्यक्त करते हैं”। फाइनल शो के टिकट टैगोरियम में बने काउंटर या ऑनलाइन www.jadugarsikander.com से बुक कर सकते हैं।