430 करोड़ की संपत्ति का मालिक है ये 72 साल का सुपरस्टार, फिर भी समझा गया भिखारी, मिली 10 रुपए की भीख, और फिर..

When Superstar was mistaken for a beggar: रजनीकांत को साउथ का सुपरस्टार कहा जाता है और कुछ लोगों के लिए तो वे भगवान से कम नहीं है, जो उनकी तस्वीरें लगाकर उन्हें पूजते भी हैं. अभिनेता की देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है. लोग उन्हें न सिर्फ उनके काम के लिए प्यार देते हैं बल्कि उनके व्यक्तित्व से भी लोग प्रेरणा देते हैं. उन्होंने न केवल दक्षिण भारत में बल्कि पूरे देश में अपनी सुपरस्टार छवि बनाई है. उनकी एक झलक के लिए लोग पागल रहते हैं और उनके पास करोड़ों की संपत्ति है, लेकिन इसका अंदाजा उनके कपड़ों से लेकर उनके व्यवहार तक नहीं लगाया जा सकता. आपको बता दें कि एक बार तो एक महिला ने उन्हें सड़क का भिखारी समझ लिया था. जी हां सही सुना आपने और इस आर्टिकल हम उसी वाकया का यहां जिक्र कर रहे हैं.

रजनीकांत 430 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं, बावजूद इसके वे बहुत ही सादा जीवन जीते हैं. उन्हें देखकर यह नहीं कहा जा सकता कि वो करोड़ों के मालिक हैं. पर्दे पर भले ही वे एक्शन से भरपूर लिबासों में दिखते हों लेकिन असल जिंदगी में वे सभी से एकदम हटकर हैं. उनकी सादगी के कारण एक बार उनके साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसे जानने के बाद हर कोई हैरान रह गया.

एक बार रजनीकांत एक मंदिर में पूजा करने आए थे और इस दौरान भी वे हमेशा की तरह बेहद सादे कपड़े पहने नजर आए. उस दौरान उन्होंने अपने चेहरे पर किसी तरह का मेकअप भी नहीं किया था. वे काफी देर तक साधारण लुक में मंदिर में रहे.

बाद में पूजा करने के बाद रजनीकांत सीढ़ियों पर आराम करने लगे और उसी वक्त एक महिला पूजा करने के बाद सीढ़ियों से नीचे उतरने लगी तो उसने उन्हें भिखारी समझ लिया और 10 रुपए दे दिए. यह देखकर रजनीकांत ने कुछ नहीं कहा और चुपचाप पैसे रख लिए.

रजनीकांत के इस जवाब की चर्चा आज तक होती है और इसे कोई नहीं भूला है. इससे अभिनेता के असली व्यक्तित्व का पता चलता है और वे खुद को हर बड़े स्टार से अलग पाते हैं. अभिनेता दुनियाभर की चकाचौंध में न रहकर एक आम इंसान की तरह खुद को दर्शाते हैं.

पूजा के बाद जब रजनीकांत अपनी कार के पास गए तो महिला के होश उड़ गए. वो समझ गई कि जिसे वो भिखारी समझ रही है वह रजनीकांत है. यह जानने के बाद महिला ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी तो रजनीकांत ने कहा, ‘मेरी पहचान एक आम आदमी की तरह है. जो हुआ अच्छा हुआ. शायद भगवान भी यही चाहते हैं कि मेरे पैर ज़मीन पर रहें’.

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