पुरुष प्रजनन क्षमता: स्पर्म काउंट कम कर सकते हैं आपकी आदतें, फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए लाइफस्टाइल में करें ये 5 बदलाव

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। पुरुष प्रजनन क्षमता: कांसीव करने के लिए महिला और पुरुष दोनों की ही फर्टिलिटी जबरदस्त जबरदस्त है। लेकिन अक्सर मरीज बनने में देरी को लोग महिलाओं से जोड़कर देखते हैं। कई बार मेल फर्टिलिटी कम होने की वजह से भी कंसीव करने में देरी होती है। स्पर्म क्लैलाइट मेल फर्टिलिटी का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। हाल ही में किए गए एक शोध में यह सामने आया कि पिछले चार दशकों में पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता में लगभग 50% से 60% तक की गिरावट आई है।

हमारी जीवनशैली और दृष्टिकोण की आदतें स्पर्म काउंट बढ़ती हुई फ़र्टिलिटी जुड़ाव करने में मदद करती है। अगर आप स्वस्थ खाना खाते हैं, तो इससे स्पर्म काउंट बढ़ता है, लेकिन अगर आप जंक और अटके हुए खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो यह संख्या कम करने का काम करते हैं। ऐसे में अपनी फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए पुरुषों की लाइफस्टाइल में बदलाव करने से फायदा होगा-

स्वस्थ आहार

निर्लिप्तता के लिए स्वस्थ और नियमित आहार खाना बेहद जरूरी है। ऐसे में आपके आहार में भरपूर मात्रा में भरपूर पदार्थ जैसे पूरे अनाज, अनियमित, फल, सुपरफूड जैसे एवोकाडो, मोटा बीज, और प्रोटीन जैसे मांस, मछली, दूध उत्पाद और दालें आदि शामिल करें। इसके अलावा विटामिन सी, विटामिन ई, सेलेनियम, जूस एसिड जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का भी ध्यान रखें।

वजन नियंत्रण रखें

बढ़ता वजन और मोटापा आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आपका वजन बढ़ गया है, तो इसे कम करने के लिए उचित व्यायाम करें और स्वस्थ वजन बढ़ाने के लिए किसी चिकित्सक से सलाह लें।

तंबाकू और शराब से परहेज करें

तंबाकू और शराब के सेवन से फर्टिलिटी कम हो सकती है, इसलिए ये सेवन नियमित रूप से बंद या कम करें। साथ ही स्वस्थ जीवनशैली का पालन करें, जिसमें नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव प्रबंधन और स्वस्थ सामान्य जीवन शैली शामिल है।

अवसाद और तनाव का प्रबंधन

अवसाद और तनाव भी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए स्वस्थ मानसिक स्थिति बनाए रखने के लिए मनोरंजन, ध्यान, योग और संगीत सुनने जैसी तकनीकें अपनाएं। अगर आपको लगता है कि आपको मानसिक स्वास्थ्य संबंधी रोग हैं, तो इसे हर साल किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मिलें।

तापमान का ध्यान रखें

अधिक तापमान जैसे ज्यादा गर्म पानी से नहाना, ज्यादा टाइट कपड़े पहनना आदि शुक्राणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए गर्मी या अधिक तापमान से बचने के लिए विशेष ध्यान दें और अधिक गर्मी के मौसम में साफ और सांस लेने के लिए वैध दिख रहे हैं।

अस्वीकरण: लेख में अनावृत सलाह और सुझाव केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और उन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

चित्र सौजन्य: फ्रीपिक

हर्षिता सक्सेना द्वारा पोस्ट किया गया

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