सरदारशहरएक दिन पहले
बेलीबाड़ी को इस तरह विकसित किया गया है।
छह साल तक के बच्चों के खेल-खेल में पढ़ाई के प्रति गठबंधन बनाने के लिए पंचायत समिति की ओर से ग्राम पंचायतों पर मॉडल बेलीबाड़ी केंद्र विकसित किए गए हैं। तहसील क्षेत्र की 63 ग्राम पंचायतों पर 31.50 लाख रुपये की लागत से बेलीबाड़ी फैसलों पर बच्चों के लिए अलग-अलग सुविधाओं व मनोरंजन की व्यवस्था की है।
निर्मल राजपुरोहित ने बताया कि सभी पंचायतों के मॉडल बेलीबाड़ी केंद्र विकसित किए जा चुके हैं। सभी केंद्र सुविधा से लाखों तथा शय्या मित्रवत हैं। पंचायत समिति जेईएन जगदीश सारण ने बताया कि बच्चों के लिए स्कूल पूर्व शिक्षा के साथ मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध करवाए हैं। प्रत्येक केंद्र पर 50 हजार रुपए खर्च किए गए हैं।
बेलीबाड़ी परिचय को मॉडल बनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बेहतर माहौल प्रदान करना और उनकी शिक्षा के प्रति प्रदर्शन पैदा करना है। निदेशालय की ओर से तीन से छह साल के लिए नियुक्त बच्चों के विकास के लिए बेलीबाड़ी उपस्थिति को ईसीसीई पाठ्यक्रम के तहत विकसित करने के निर्देश दिए गए थे।
योजना के तहत वीडियोग्राफी के सहयोग से ऐसे उपस्थिति का चयन किया गया है, जिसके पास स्वयं का भवन हो, खाली जगह में शौचालय सहित अन्य व्यवस्थाएं हों। मॉडल बेलीबाड़ी सेंटर में राइट के लिए वुड की खूंटी, बच्चों के लिए किताबों का कोना, जुआ, फ़र्स्ट पर पेंटिंग दिखाते हुए, हाथ धोने को पानी की व्यवस्था, चौकी, मास, गार्डन, बरामदे और बाहरी दीवारों पर पेंटिंग आदि की सुविधा उपलब्ध करवाई हैं।