आज हमारे पास मनोरंजन के कई साधन हैं। टीवी से लेकर बड़े पैमाने पर प्रसारित फिल्में और धारावाहिक देखने के लिए उपलब्ध हैं। और कलाकारों को भी पसंद ना करने का मौका मिलता है लेकिन 80 और 90 के दशक के लोगों के पास मनोरंजन के कोई विकल्प नहीं थे। इस दौर में जब टीवी को एक आधुनिक उपकरण के रूप में देखा गया था।
उस समय सिनेमा से ज्यादातर टीवी धारावाहिक पसंद किए जाने लगे थे, क्योंकि इसके लिए लोगों की टिकटें खिड़की की लाइन में खड़ी नहीं होती थीं। रेज़्यूमे टेलीविज़न ने भारतीय सिनेमा को सुपरस्टार से लेकर उम्दा अभिनेता तक बताया। उस समय दूरदर्शन ही लोगों के मनोरंजन का इकलौता सहारा था। इसी दूरदर्शन के धारावाहिकों ने बॉलीवुड को शाहरुख खान जैसे स्टार भी दिए।
लेकिन 80 और 90 के दशक में कुछ कलाकार ऐसे भी रहे, जिन्होंने 80 और 90 के दशक में हम सबका दिल जीत लिया। ब्लैक एंड व्हाइट टीवी पर आने वाले इन एक्टर्स ने हमारे दिल पर ऐसी छाप छोड़ी कि हम आज तक उनका चेहरा नहीं भूल पाए। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि उस दौर के कई मशहूर अभिनेता भी अपने अभिनय से दिल जीत चुके थे लेकिन वे ज्यादातर समय तक हमारे बीच नहीं रह सके।
आज हम ऐसे ही कुछ दूरदर्शन के उमदा कलाकारों के बारे में बात करेंगे जो बहुत जल्दी इस दुनिया में आ गए कहा दिया:
1.जसपाल भट्टी
जसपाल भट्टी का नाम है जिसे मनोरंजन जगत कभी नहीं देख सकता। उन्होंने दूरदर्शन के माध्यम से लोगों को पहली बार हंसना सिखाया। जसपाल ऐसे कलाकार थे जो अपने कलरबिरंगे कॉमिक किरदार से ब्लैक एंड व्हाइट टीवी को भी कलरफुल बना देते थे। साल 1989 में जसपाल भट्टी का ‘फ्लॉप शो’ नाम का सीरियल लोगों के सामने आया और हमेशा के लिए लोगों के दिलों में बस गया। हालाँकि अचानक यह शो बंद हो गया। इसके अलावा उन्होंने मनोरंजन जगत को भी बहुत कुछ दिया। 25 अक्टूबर 2012 को अपने बेटे की फिल्म के प्रमोशन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई और जसपाल भट्टी की यह दुर्घटना दुनिया से चली गई।
2. प्रिया प्रिये
प्रिय कलाकार उन कलाकारों में से जिनमें कम समय की स्क्रीन पर भी लोगों के दिल पर प्रभाव शामिल था। ‘हम पांच’ में उनके किरदार को सिर्फ दीवाली पर लटकी फोटो में दिखाया गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने शारीरिक हाव-भाव और अपने संवादों से सबका दिल जीत लिया। 80-90 के दशक में उनका मनोरंजन जगत का-माना नाम बन गया। 15 साल छोटी उम्र से ही अभिनय कर रही प्रिया ने अचानक अभिनय छोड़ दिया और एक 5 सितारा होटल में रिसेप्शनिस्ट बन गई। वहां मन न लग गया वह एयर होस्टेस बनीं। फिर उन्होंने मॉडल और न्यूज में हाथ मिलाया लेकिन अंत में किस्मत ने उन्हें कलाकारी ही बना दी।
श्याम बेनेगल की फिल्म आस्कर से फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया ने 1985 में हिंदी शो रजनी से घर-घर में लोकप्रियता पाई। उनके जीवन में भूचाल उस समय आया जब उन्हें अपने कैंसर के बारे में पता चला। जिसका बाद में ऑपरेशन खराब हुआ। शरीर के बाकी अंगों पर भी काम बंद कर दिया गया और फिर 47 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
3. जतिन कनकिया
जतिन कनकिया का चेहरा आज भी आप सभी के लिए अन्या नहीं है उन्हें दूरदर्शन के सीरियल श्रीमान और श्रीमति में काम करते देखा। उस समय उन्होंने भारत के घर-घर में ऐसी पहचान बनाई कि उन्हें प्रिंस ऑफ कॉमेडी तक कहा जाने लगा। 40 साल की उम्र में जतिन को ये सीरियल मिला था। इस सीरियल से उन्होंने ऐसी छाप छोड़ी कि उन्हें बॉलीवुड से भी काम का ऑफर मिलने लगा। ये संभव था कि जतिन अपने जीवन में और भी बेहतर काम कर सकता था लेकिन लाखों करोड़पति पर मोटरसाइकिल चलाने वाले जतिन का अंतिम समय बेहद तकलीफदेह रहा।
असल में, उन्हें कमर में काफी आराम था। उन्हें यह दर्द तो आम समझ में आता है, लेकिन जब चेकअप किया गया तो उन्हें यह जानकारी मिली कि वह खतरनाक पैनकेरेटिक कैंसर से पीड़ित हैं। लंबे समय तक इलाज के बाद इस दुनिया में जतिन 46 साल की उम्र में रह गए।
4. समीर
समीर ख्यात को न्यू लोग ड्रामा में स्कल के किरदार से जानते हैं। समीर ने अपने अभिनय की शुरुआत गुजराती थिएटर से की थी। ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि नुक्कड़ में समीर को तीन ही एपिसोड में स्कल का किरदार निभाया गया था, लेकिन जब इस किरदार में समीर शेख से मिलना बेहद पसंद आया तब उन्हें पूरे सीरियल में जगह दे दी गई। उन्हें हिंदी फिल्मों में भी बहुत अच्छा काम मिला। लेकिन 1995 के बाद उन्हें काम बंद हो गया। जिसके बाद वह अपनी पत्नी के साथ देश और अभिनय छोड़ कर चला गया। 14 मार्च 2023 को उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और उनकी किडनी खराब हो गई। इससे पहले भी वह कई तरह की कक्षाओं से सीख रहे थे। 15 मार्च को उनका दिल भी काम करना बंद कर दिया और वह इस दुनिया में रह गईं।
5. मोहन गोखले
मराठी के नामी थिएटर कलाकार चंद्रकांत गोखले के बेटे मोहन गोखले अपने अभिनेता मिस्टर योगी से प्रसिद्ध हुए। पिता के प्रभाव से उन्होंने कॉलेज के दिनों में ही थिएटर में काम करना शुरू कर दिया। मीडिया के मित्र तो भारतीय सिनेमा के नाना पाटेकर जैसे अभिनेता भी मोहन की वजह से ही मिले। उन्होंने ही नाना पाटेकर का पहला थिएटर शो निर्देशित किया था। भारत एक खोज और शक्तिमान जैसे शोज में काम करने वाले मोहन गोखले के आखिरी दिन बहुत मुश्किल में डूबे। मिस्टर योगी जैसे शो से प्राथमिकता पाने वाले मोहन गोखले कमल हसन की फिल्म ‘हे राम’ के सेट पर थे। फोटो के बीच अचानक उनके सीने में दर्द हो गया और महज 45 साल की उम्र में वह इस दुनिया में रह गईं।
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