राजस्थान चुनाव 2023: कैथपुतली को चलाने के लिए उनके द्वारा संदेश दिया गया और इस लुप्तप्राय कला को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। ये कठपुतली बोल रही हैं कभी पर्यावरण संरक्षण के बारे में तो कभी स्वतंत्रता के बारे में तो कभी शिक्षा की अलख जगा रही हैं। लेकिन अब चुनाव सामने आ रहे हैं तो ये कठपुतली मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का प्रयास कर रहे हैं। गांव-गांव में कठपुतली के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताकि लोग मनोरंजन के माध्यम से अपने अधिकार को जानें-समझें।
कठपुतली बोल रही है कि आओ गांव वालों, अपने अधिकार को जानो, जीवन में एक बार काम छोड़ने का अधिकार को जानो और गरीबों की सूची में नाम आयो और एक तिब्बती सरकार बनाओ। कीर्तनशम दी ग्रुप ऑफ सोशल अवेयरनेस इंस्टिट्यूट की ओर से दूर-दराज के गांव में जागरूकता जागरूकता से जुड़े विद्युत विभाग के द्वारा कठपुतली के माध्यम से जन-जन तक का कार्य किया जा रहा है।
शतप्रतिशत युवाओ में सूची नाम जुड़वाँ
संस्थान की अध्यक्ष सहाश्री ने बताया कि कठपुतली के माध्यम से दूर-दराज के गांव में रहने वाले रीछ को आगामी 1 अक्टूबर को 18 वर्ष की आयु पार करने वाले युवा व युवतियों के नाम सूची में जुड़वाँ का संदेश दिया जा रहा है। जिससे शत प्रतिशत युवा कलाकार सूची में अपना नाम जुड़वाँ से और कोई भी युवा सूची में अपना नाम जुड़वाँ से शुरू ना रहे।
संस्था द्वारा बूंदी जिले के लबान क्षेत्र व कोटा जिले के गिरधरपुरा व बंजारा भट्टी में कठपुतली सूची में नाम जुड़वाने का आम जन को संदेश दिया गया। आगामी समय में जागरूकता से संबंधित पर्यावरण तैयारी करने के जज्बे के जीवंत संबंध, वृद्ध एवं जागरुक ट्रांसजेंडर अखाड़े के माध्यम से प्रतिभागियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से संदेश दिया जाएगा।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सावन माह में सावन दे रहा संदेश
दूर-दराज से गांव में जागरूकता जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है। विद्युत विभाग की नव दिशा लोगों तक पहुंचाई जा रही है। सावन मास में जागरूकता के लिए सावन बोले तो नव चर्च की बयार, शीर्षक आधारित नुक्कड नाटक का मंचन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जंगल से लेकर दूर-दराज के सहजा व सरल और हाड़ौती भाषा में काठ की पुतली के माध्यम से प्रोग्राम तैयार करने का काम भी किया जा रहा है।
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